निर्धारित कार्यक्रम आशातीत सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। ब्लॉगिम्ग की पढ़ाई की रिपोर्ट तो बाद में दे पाऊंगा। अभी तस्वीरें देखिए:
समय के पाबन्द: ज्ञानदत्त जी
अनूप शुक्ल, कविता वाचक्नवी, ज्ञानदत्त पाण्डेय
(बाएँ से)अनूप जी, कविता जी, ज्ञानजी, मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक एस.पी. श्रीवास्तव, डॉ.अरविन्द मिश्रा
संयोजक-संचालक:इमरान प्रतापगढ़ी
यहाँ भी शेरो-शायरी
फूलों से स्वागत
कतार फूलों की
आओ दीप जलाएँ
विषय प्रवर्तन: सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
जिज्ञासु श्रोता
अनूप ‘फुरसतिया’ जी
कैसे शुरू हुई ब्लॉगिंग?
तब दुनिया इतनी चमकीली नहीं थी
डॉ. अरविन्द मिश्रा
साइंस ब्लॉगिंग में अलग क्या है?
स्मृति चिह्न के लिए ‘ब्रेक’ हुआ, मु.अ. को जल्दी जाना था
हमें भी मिला जी...!
धन्यभाग जो आप पधारे
अब तक अंग्रेजी में ब्लॉग था, आज ही हिन्दी में खोल लूंगा: मु.अ.
ब्लॉग का शीर्षक आकर्षक हो, सर्च के ‘चालू’ शब्द जानें
कविता जी की बारी
हिन्दी में कम्प्यूटिंग
हिन्दी अनुप्रयोग
सचिव- हिन्दुस्तानी एकेडेमी डॉ.एस.के.पाण्डे (सबसे दाएँ)
मेरी इच्छा थी कि इस राष्ट्रीय सेमिनार उर्फ़ ब्लॉगिंग की कक्षा की सफलता के किस्से और वार्ताकारों की खास बातें इनकी जुबानी ही सुनाता चलूँ। लेकिन अभी इतना ही। बाकी सब कुछ भी ठेलूंगा। लेकिन ब्रेक के बाद। नमस्कार...!
(सिद्धार्थ)
सिद्धार्थ जी ,
ReplyDeleteआपको और इमरान जी को इस आयोजन के लिये अनेक धन्यवाद . चित्रोन को देख आनन्द हुआ . आशा है विवरण भी जल्दी पढने / देखने (विडिओ) को मिलेगा .
मेरा खयाल है कि Dr. S. K. PANDEY , प्रयाग विश्वविद्यालय के भूतपूर्व अध्यक्छ श्याम क्रिष्ण पान्डेय जी ही हैन . उन दिनो मैन भी उन्की कैबिनेट मे था .
जुलायी २००७ मे निउ योर्क के विश्व हिन्दी सम्मेलन मे मुलाकात भी हुयी थी . उनसे मेरा नमस्कार कहियेगा .
आयोजन के लिये एक बार फ़िर बधायी !
आयोजन के चित्र प्रेषित करने के लिए धन्यवाद .. आयोजन की सफलता के लिए आप सबों को बहुत बहुत बधाई .. विवरण का भी इंतजार है।
ReplyDeleteचित्र के माध्यम से लगा कि हम आयोजन स्थल पर पहुँच गये..बेहतरीन..मजा आ गया. अब डिटेल रिपोर्ट का इन्तजार है.
ReplyDeleteअरे वाह ! सिद्धार्थ जी रात सोये नहीं क्या ? यह चित्र वीथिका ही सजाते रहे !
ReplyDeleteआगे रिपोर्ट की प्रतीक्षा है !
लग रहा है कि हम भी वहीं हैं
ReplyDeleteइतना ब्लॉगमस्त आयोजन
प्रफुल्लित सिर्फ पुष्प ही नहीं
मौजूद हैं सभी जन आनंदित।
सबसे पहले तो चिट्ठा-गोष्ठी आयोजन का विचार आना ही बहुत महत्व का है, उसे कार्यरूप देना तो और भी महत्वपूर्ण है। इतनी महान-महान हस्तियाँ अपना कीमती समय बचाकर इसमें सहर्ष शामिल हुईं यह उससे भी महत्वपूर्न है। और सबसे महत्वपूर्ण है कि अन्य नगरों और कस्बों के जागरूक चिट्ठाकर इससे प्रेरणा लेकर ऐसे ही सफल आयोजन करेंगे।
ReplyDeleteइस आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों, आयोजकोंेवं प्रत्यक्ष वा परोक्ष योगदान करने वालों को साधुवाद।
कार्यक्रम की भव्यता से ही सफलता का आकलन हो रहा है। विस्तृत रिपोर्ट और सुपरिणाम का इन्तजार रहेगा। बधाई।
ReplyDeleteघर के भाग्य तो ड्योडी से ही पता चल जाते हैं चित्र बहुत सुन्दर हैं विस्तृ्त रिपोर्ट का इन्तज़ार रहेगा धन्यवाद
ReplyDeleteये आयोजन तो बहुत बढ़िया रहा.. आशा है जिस प्रयोजन से ये सेमीनार हुआ था उस पर खरा उतरा.. हमें पता होता तो कोशिश करते वहां आने की.. विस्तृत विवरण के लिए इन्तेज़ार कर रहे है..
ReplyDeleteसभी चित्र बहुत अच्छे आये है, लेने वाले भविष्य के कलाकार जो थे। प्रयाग की धरती पर महान ब्लागरों को एक साथ देखना वास्तव में अनोखा रहा, अनूप जी ज्ञान जी और सिद्धार्थ जी से तो पूर्व मिलना हुआ ही था किन्तु कविता जी और डॉ.अरविन्द मिश्रा जी सहित अन्य चिट्ठाकारो का मार्गदर्शन नव-ब्लागरों का मार्ग दिखायेगा।
ReplyDeleteकार्यक्रम का आयोजन अच्छा रहा लगा कि कुछ परिश्रम की आवाश्यकता थी।
आपके इतने स्नेह आमंत्रण के बाद भी विश्वविद्यालय के कार्यों की व्यस्तता के चलते मैं इस आयोजन में भाग न ले सका जिसका मलाल मुझे लम्बे समय तक रहेगा .सफल आयोजन के लिए आपको बहुत -बहुत बधाई .
ReplyDeleteबधाई अच्छे आयोजन के लिये..
ReplyDeleteइस बेहतरीन और शानदार आयोजन के लिए सब को, आयोजकों और प्रतिभागियों को बहुत बहुत बधाइयाँ। चित्र बताते हैं कि जो वहाँ नहीं था उसे मलाल अवश्य रहेगा।
ReplyDeleteआयोजन के चित्र प्रेषित करने के लिए धन्यवाद ....
ReplyDeleteद्विवेदी जी
ReplyDeleteबिल्कुल सही कह रहे हैं आप
लाल वाला मलाल।
चित्र-रिपोर्ट ने पूरी कहानी कह दी है । इतना अनुभव एक साथ इकट्ठा खो गया हो तो सफलता तो निश्चित ही थी । शेष की प्रतीक्षा ।
ReplyDelete’खो गया’ को ’हो गया’ पढ़ा जाय । क्षमा-प्रार्थी ।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteविस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है। इलाहाबाद हमेशा से भाग्यशाली रहा है…।:)
ReplyDeletebadhaayee...
ReplyDeletearsh
वाह...इसे कहते हैं फोटो-रिपोर्ट. फोटो ही फोटो में पूरी कहानी कह दी भाई आपने. फोटो अपलोड करने में कहीं कोई कंजूसी नहीं. ऐसे लगा कि मैं भी वहीँ था.
ReplyDeleteचित्र सजीव लगे अब विस्तार से विवरण का इंतज़ार है.
ReplyDeleteतो दिल्ली में बैठे भाई लोग क्या कर रहे हो, सिर्फ टिप्पणीकार ही बने रहोगे या फिर कभी आयोजक की भी भूमिका में आओगे। आयोजन को लेकर किसी भी तरह की मदद की जरुरत हो...मैं हूं न।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया। मजा आ गया लेकिन,अफसोस कि समय न होने से इसमें शामिल न हो सका।
ReplyDeletegreat to know about the event
ReplyDeleteआयोजन के चित्र प्रेषित करने के लिए धन्यवाद ....
ReplyDeleteचित्र सूचना हेतु आभार
ReplyDeleteआयोजकों को बधाई
भीड़भाड़ भी काबिल-ए-तारीफ़
बताइये बधाई का ट्रक किधर
भेज दूं
सादर
आपका गिरीश मुकुल
बहुत सुखद लगा. बिल्कुल जीवंत बना दिया आपने इस पो्स्ट को. बधाई और शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
सफल आयोजन के लिए बधाई. लेकिन फोटो से काम नहीं चलेगा. पूरी रिपोर्ट दीजिए.
ReplyDeleteइस आयोजन के लिये बधाई । रिपोर्ट का इन्तज़ार रहेगा ।
ReplyDeleteअनूप शुक्लजी, कविताजी,अरविंद मिश्रजी तथा इस चित्र विथिका के संयोजक सिद्धार्थ जी को बधाई। जब इतने दिग्गज ब्लागर इतने सारे पुष्प गुच्छों के बीच रहेंगे तो ताज़ा हवाएं बहेंगी ही। कार्यक्रम के संयोजकों को बधाई।
ReplyDeleteवाह! एक बेहतरीन चित्र कथा।
ReplyDeleteसंयोजकों को बधाई।
उपस्थित ब्लॉगर साथियों को बधाई
रिपोर्ट की प्रतीक्षा
सिद्धार्थ जी
ReplyDeleteआपने एक सफल कार्यक्रम का आयोजन किया इसके लिए आपको ढेर सारी शुभकामनाएं
इमरान ने भी अच्छा सञ्चालन किया
जब ब्लॉग्गिंग का परिचय दिया गया तब ये जरूरी था की ब्लॉग बनाने की प्रक्रिया की भी स्लाइड बना कर दिखाई जाये जिसकी कमी खली
मुख्य अतिथी जी ने जब ब्लोगिंग पर बोलना शुरू किया वो पल यादगार है क्योकि मैंने तो कल्पना नहीं की थी की वो भी एक ब्लॉगर हैं
फोटो देख कर लगा की एक बार फिर से उस समय पर पहुँच गए हो आप सभी के बीच में
ऐसा आयोजन बार बार हो इस कामना के साथ
आपका वीनस केसरी
बहुत-बहुत बधाई सफ़ल एवं भव्य आयोजन के लिये।
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा सचित्र रीपोर्ट देखकर - आभार !
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया कि चित्रों के जरिये आपने हमें इलाहाबाद ही पहुंचा दिया। हम भी लगभग मौजूद रहे इस आयोजन में।
ReplyDeleteअब रिपोर्ट का इंतजार है। भरपूर चित्र प्रस्तुति ने आनंदित किया।
सिद्धार्थ जी, यदि आरम्भ के सभी चित्रों के नीचे कैप्शन में दे सकें तो नए पाठकों को प्रमुख व्यक्तियों को पहचाने में मदद मिलेगी।
ReplyDeleteसुन्दर। कैमरे ने हमेशा की तरह हमारी फोटो नेचुरल ही खींची। अच्छी खींचना उसके बस में नहीं जी।
ReplyDeleteसफल आयोजन के लिए ढेर सारी बधाईयां। यदि कोई वीडियो भी हो तो उसको यूट्यूब पर लगाएं। हम प्रवासियों को तो ऑनलाइन कवरेज का ही सहारा है भई।
ReplyDeleteSab se milna iska sab se sukhad paksha tha.
ReplyDeleteChitravali ke lie aabhaar.
इलाहाबाद किसी तरह से फिर सक्रिय है यह जानकर अच्छा लगा.....बहुत सारी बधाई....
ReplyDeleteचित्र सँजोने योग्य हैं ।
ReplyDeleteआयोजन की कोई अग्रिम सूचना न थी,
या हम ही बेखबर थे ?
khoob khoob badhai..dil se bhai....
ReplyDeleteचित्र तो बढ़िया रहे अब ऊपर पढ़ता हूँ :)
ReplyDeleteइतने भव्य आयोजन के लिए बधाई। चित्र बहुत बढ़िया आए हैं।
ReplyDeleteघुघूती बासूती