tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post5260798528049545791..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: इलाहाबाद का फेफ़ड़ा... जहाँ साँसें ताजा होती हैं!सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-89689190139502049922013-11-08T09:39:55.239+05:302013-11-08T09:39:55.239+05:30Mst hai jii
Mst hai jii<br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-76870539642297265002009-11-06T18:52:03.854+05:302009-11-06T18:52:03.854+05:30बहुत बढ़िया. दिलचस्प लिखा है. अब एक दिन ज़रा बरियार ...बहुत बढ़िया. दिलचस्प लिखा है. अब एक दिन ज़रा बरियार का फोटो लगाकर उसकी वानस्पतिक विशिष्टताओं पर लिख मारिए. ईमानदारी से एक्सेप्टता हूं कि अभी तक मैं बरियार चिन्हबे नहीं करता.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-4053734495072996302009-11-04T17:28:30.836+05:302009-11-04T17:28:30.836+05:30वाकई बहुत बढिया जगह है। घूमने लायक। हमें अफसोस है ...वाकई बहुत बढिया जगह है। घूमने लायक। हमें अफसोस है कि इत्ती बार गये, मगर यहाँ न जा सके।<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-25755558143592976322009-11-03T22:19:57.560+05:302009-11-03T22:19:57.560+05:30बरसों पहले " भारती जी की " गुनाहों का दे...बरसों पहले " भारती जी की " गुनाहों का देवता " पढते हुए इलाहाबाद के साथ ग़ायबाना इश्क हुआ था वह अब तक बरकरार है ऐसा लगा इसे पढकर जैसे बरसो बाद वह माशूक मिल गया हो शुक्रिया ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-21568805063838784562009-11-03T20:30:58.928+05:302009-11-03T20:30:58.928+05:30शायद ’गुनाहों का देवता’ में इस इलाके को इलाहाबाद क...शायद ’गुनाहों का देवता’ में इस इलाके को इलाहाबाद का फेफड़ा कहा गया था। २००३ में हम भी राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के कार्यक्रम के दौरान समय निकाल कर लगे हाथ घूम आये थे। ऐंवेंई किसी पेड़ के सामने फोटू खिंचाकर सबको दिखा आये थे कि यही है व ऐतिहासिक पेड़। और तो और एक खाली गोली मिलने की कथा ने भी यार-दोस्तों को दो तीन महीना तो विस्मित किया ही होगा....कार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra)https://www.blogger.com/profile/03965888144554423390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-33002581472818823832009-11-03T19:47:40.237+05:302009-11-03T19:47:40.237+05:30आपने चित्र दिखा कर व इलाहबाद की यादे ताजा कर दी ख्...आपने चित्र दिखा कर व इलाहबाद की यादे ताजा कर दी ख्वाहिश है कि एक बार उस शहर में आपकी तरह से ही नौकरी करने का अवसर मिले तो पुरानी यादे ताजा हो जाये लेख के लिए आभार इस शहर कीयाद दिलाने के लिएarun prakashhttps://www.blogger.com/profile/11575067283732765247noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-48198682481285165502009-11-02T21:20:56.777+05:302009-11-02T21:20:56.777+05:30@ भजकटया, झड़बेरी, बरियार और चिचिड़ा (लटजीरा)- पह...@ भजकटया, झड़बेरी, बरियार और चिचिड़ा (लटजीरा)- पहचानते हो इन्हें? फोटो भेजो। भचकटया पर पोस्ट लिखने को सोच रहा हूँ बहुत दिनों से- फोटो ही नहीं मिल रही। <br /><br />अगली बार चचा को लेकर सफाई वगैरह कर डालो पारक माँ - एक दिन हम भी किए अपने सामने वाले में। अगले दिन ही सरकारी अमला आ पहुँचा पचासो मजदूर लेकर - सब मेहनत बेकार हुइ गई। ...<br />बहुत अच्छा समेटे हो। मजा आ गया।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-82867406016857400242009-11-02T18:15:02.886+05:302009-11-02T18:15:02.886+05:30भय्या सिद्धार्थजी आपने तो ' अपने ' आज़ाद प...भय्या सिद्धार्थजी आपने तो ' अपने ' आज़ाद पार्क की यादें ताज़ा कर दीं . हाँ हमारे समय से कुछ चेंजेस भी नज़र आये पर प्यारे ही.<br />देख के अच्छा लगा की अब नारियल पानी भी मिलता है . तब सिर्फ गरी ही मिलती थी .<br />मन का संगम इलाहबाद .<br />अपना इलाहबाद !RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-76305695513934334682009-11-02T14:36:36.645+05:302009-11-02T14:36:36.645+05:30बढिया है जी..आप तो संडे के संडे कैमरा को औन कर अईस...बढिया है जी..आप तो संडे के संडे कैमरा को औन कर अईसे ही घूमा करिये..इत्ता बढिया पोस्ट मिल जाएगा पढने देखने के लिये...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-58444964214328631582009-11-02T12:55:09.184+05:302009-11-02T12:55:09.184+05:30पार्क तो अब ऐसी ही घूमना पड़ेगा लगता है. स्क्रीन पर...पार्क तो अब ऐसी ही घूमना पड़ेगा लगता है. स्क्रीन पर पोस्ट पढ़कर :) <br /><br />ज्ञानजी पहले ही कह गए. बाकी लोग भी फोलो कर रहे हैं. आप सुधार कर ही दीजिये.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-42867140109169103142009-11-02T07:08:14.749+05:302009-11-02T07:08:14.749+05:30चित्रो ने भी बहुत कुछ सुनाया.
सुन्दर संसमरण्चित्रो ने भी बहुत कुछ सुनाया.<br />सुन्दर संसमरण्M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-69624809054641821662009-11-02T06:09:51.987+05:302009-11-02T06:09:51.987+05:30Reinventing our surroundings. अच्छा लगा आपके साथ घ...Reinventing our surroundings. अच्छा लगा आपके साथ घूमकर.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-61277631250740692912009-11-02T05:31:57.618+05:302009-11-02T05:31:57.618+05:30अल्फ्रेड पार्क की सुबह ने ताजगी से सराबोर कर दिया....अल्फ्रेड पार्क की सुबह ने ताजगी से सराबोर कर दिया...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-81067126133484602402009-11-02T03:03:58.758+05:302009-11-02T03:03:58.758+05:30हेल्थ इज वेल्थ...नोट कर लिए हैं सर जी!! थैंक्यू!!हेल्थ इज वेल्थ...नोट कर लिए हैं सर जी!! थैंक्यू!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-37118433408725097282009-11-02T02:17:23.415+05:302009-11-02T02:17:23.415+05:30लेकिन जनाब कार ओर स्कूटर से क्यो गये अरे जनाब घर स...लेकिन जनाब कार ओर स्कूटर से क्यो गये अरे जनाब घर से ही पेदल जाना शुरू करे ओर भी ज्यादा मजा आता है, बहुत सुंदर चित्र, ओर आप ने विवएअण भी बहुत मन मोहक ढंग से दिया है, बहुत अच्छा लगा,धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-78451938716806489562009-11-02T00:14:33.882+05:302009-11-02T00:14:33.882+05:30इस पार्क का जिक्र अमितजी ने किया था। पर वक्त कहां ...इस पार्क का जिक्र अमितजी ने किया था। पर वक्त कहां था। <br />अगली बार ज़रूर इसे देखा जाएगा। मार्निंगवाक भी करेंगे। <br />ज्ञानजी की बात सही है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-36265478694256145742009-11-01T23:12:21.065+05:302009-11-01T23:12:21.065+05:30गये तो हम भी अनगिनत बार लेकिन फोटो नहीं पाये उतार।...गये तो हम भी अनगिनत बार लेकिन फोटो नहीं पाये उतार। रोचक वृत्तान्त लेकिन ज्ञानदत्त जी की बात मुझे भी लगती है सही।अमिताभ त्रिपाठी ’ अमित’https://www.blogger.com/profile/12844841063639029117noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-58923021415297134202009-11-01T22:22:56.048+05:302009-11-01T22:22:56.048+05:30पुरानी यादें तजा हो आयीं -ज्ञान जी के कहे पर गौर ...पुरानी यादें तजा हो आयीं -ज्ञान जी के कहे पर गौर करें !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-61563722077266146742009-11-01T22:11:53.654+05:302009-11-01T22:11:53.654+05:30यह वही पार्क है जिसमें चन्द्र शेखर आजाद को अंग्रेज...<b>यह वही पार्क है जिसमें चन्द्र शेखर आजाद को अंग्रेजो ने मार डाला था।</b><br />------------<br />अच्छा, मैं तो जानता था कि किसी फिरंगी की गोली आजाद को गुलाम न बना पाई थी?!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-77792928843819050272009-11-01T21:36:25.483+05:302009-11-01T21:36:25.483+05:30संस्मरण उतना ही ताजा है जितनी अल्फ्रेड पार्क की सु...संस्मरण उतना ही ताजा है जितनी अल्फ्रेड पार्क की सुबह. इसे पढ कर अपने इलाहाबाद प्रवास की यादें भी ताजा हो गयीं. घ्रर से पार्क बहुत दूर था सो घूमने तो कभी जाना न हुआ, पर 15 अगस्त, 26 जनवरी को मैं अपनी बेटी को लेकर पार्क जाता था और उस स्थान पर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करता था जिसके पीछे आजाद खडे थे और आतातायी गोलियां बरसा रहे थे. <br /><br />वहाँ संग्रहालय से ली गयी बुद्ध की प्रतिमूर्ति अभी भी मुझे इलाहाबाद की याद दिलाती रहती है.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-55606021786092621842009-11-01T21:27:37.820+05:302009-11-01T21:27:37.820+05:30इलाहाबादी बयार लखनऊ तक भी पहुँची. फ़ेफ़ड़ों ने यहाँ भ...इलाहाबादी बयार लखनऊ तक भी पहुँची. फ़ेफ़ड़ों ने यहाँ भी जी भर ऑक्सीजन पाई. इन इलाक़ों में लगभग एक साल बिचरने का मौक़ा मुझे भी मिल चुका है.इस वातावरण का अहसास अभी भी विस्म्रित नहीं कर पाई हूँ. एक बार पुन: सब कुछ याद दिलाने के लिए आभार.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-43142079097948296972009-11-01T21:26:57.046+05:302009-11-01T21:26:57.046+05:30आप के साथ अल्फ्रेड पार्क की हमने भी सैर कर ली। जब ...आप के साथ अल्फ्रेड पार्क की हमने भी सैर कर ली। जब भी इलाहाबाद आएँगे तो पूरी फुरसत से आएँगे।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-8642614937866671932009-11-01T21:25:27.187+05:302009-11-01T21:25:27.187+05:30बढ़िया संस्मरण फोटो भी जोरदार है बढ़िया लगे. . ......बढ़िया संस्मरण फोटो भी जोरदार है बढ़िया लगे. . .....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com