tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post5240192181269419613..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: इलाहाबाद में अमरूद के लिए तरसने का मजा… !?!सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-86310527806483530522010-01-14T16:57:30.317+05:302010-01-14T16:57:30.317+05:30Free ke amrood khane ki hasarat free me hava ho ga...Free ke amrood khane ki hasarat free me hava ho gayi. Srimati ji ki latad kee pushti kaun karega? Kahi yah unako badnam karane ki aur khud ko udarmana sabit karane ki sazish to nahi?Anup Shuklahttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-72256826470547775172010-01-10T18:56:57.940+05:302010-01-10T18:56:57.940+05:30तोते की फोटो बहुत बढिया है. जहाँ तक अमरुदों के ना ...तोते की फोटो बहुत बढिया है. जहाँ तक अमरुदों के ना खा पाने की बात है, तो भाई एक बार यह सोच कर सुबह पेड़ देखो कि आज उस पर के सारे अमरूद मित्रों के यहां पहुंचाना है, तो ढेर सारे साबूत फल पेड़ पर लगे हुए पाओगे.SKANDhttps://www.blogger.com/profile/13369223197555135054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-50983323437111921182010-01-10T04:36:10.449+05:302010-01-10T04:36:10.449+05:30तोता मैना खुद चलकर आ रहे हैं कहानी लिखवाने और आप अ...तोता मैना खुद चलकर आ रहे हैं कहानी लिखवाने और आप अमरुद के चक्कर में पड़े हैं. लिख डालिए कुछ कालजयी. तोते का चित्र बहुत अच्छा लगा [वैसे आलेख भी कोई ख़ास बुरा नहीं है]Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-23365585450284977842010-01-07T22:06:03.980+05:302010-01-07T22:06:03.980+05:30पिछले साल तक तो हमारे एक मित्र भेजते थे इलाहाबादी ...पिछले साल तक तो हमारे एक मित्र भेजते थे इलाहाबादी अमरूद. अब उनका तबादला हो गया. कौन भेजेगा ? आप बनेगे हमारे दोस्त.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-61000973658063145472010-01-07T15:37:07.823+05:302010-01-07T15:37:07.823+05:30khane ko bhale na mile ham to isi baat se khush ho...khane ko bhale na mile ham to isi baat se khush ho-lete hai ki amrood kahi ke ho bikte hai allahabadi kah kar hi.balmanhttps://www.blogger.com/profile/18198707162193691860noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-23854968275233351392010-01-05T20:06:42.574+05:302010-01-05T20:06:42.574+05:30अब आप ही बताइए मुझे इलाहाबादी अमरूद का सुखद स्वाद ...अब आप ही बताइए मुझे इलाहाबादी अमरूद का सुखद स्वाद कैसे मिलेगा? <br /><br />lo G Padosi ka ped kub kaaam ayega.K M Mishrahttp://kmmishra.tknoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-20904131388463576342010-01-05T00:30:45.212+05:302010-01-05T00:30:45.212+05:30वाह वाह ...ये गुलाबी अमरुद, हरा सुग्गा ..और आपकी प...वाह वाह ...ये गुलाबी अमरुद, हरा सुग्गा ..और आपकी पोस्ट सभी एकदम बढ़िया लगे <br />आपके समस्त परिवार को , नव - वर्ष की मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं भी प्रेषित कर रही हूँ <br /> स्नेह सहीत ,<br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-60743858396689556442010-01-04T23:25:50.622+05:302010-01-04T23:25:50.622+05:30भाई सिद्धार्थ जी, साधारण सा उपाय है। चुपके से अमरू...भाई सिद्धार्थ जी, साधारण सा उपाय है। चुपके से अमरूद खरीद लाइये और पेड पर रख दीजिए। फिर भीतर जाकर अमरूद तोडने का नाटक कीजिए। हां, सावधानी यह बरतनी चाहिए कि पेड पर अमरूद रखते समय न पत्नी देखे और ना आपके वो हरे मेहमान :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-67662636310739822702010-01-04T21:41:19.763+05:302010-01-04T21:41:19.763+05:30हमे तो करीब तीस सल हो गये अमरुद की शकल देखे आज आप ...हमे तो करीब तीस सल हो गये अमरुद की शकल देखे आज आप ने याद दिला दियाराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-30758974932415356902010-01-04T18:49:34.780+05:302010-01-04T18:49:34.780+05:30बड़ी हसीं मजबूरी है. और एक बाद बताता चलूँ की अमरुद...बड़ी हसीं मजबूरी है. और एक बाद बताता चलूँ की अमरुद मेरा पसंदीदा फल है. थोडा कम पका, और अभी पता चला है कि इस पसंद के चक्कर में मेरे घर पर अमरुद आना बंद है, माँ देखकर सेंटी हो जाती है कि मेरा बेटा होता तो खाता ! खैर... हाँ तो हमने भी खून उडाये हैं अमरुद दूसरों के बाग़ से... अच्छा किया आपने जो छूट दे रखी है :)<br /><br />आपको सपरिवार नववर्ष कि मंगलकामनायें !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-68527119765485477212010-01-04T16:27:32.469+05:302010-01-04T16:27:32.469+05:30इलाहाबादी अमरुद तो खूब बिकते देखे ठेलों पर ...पेड़...इलाहाबादी अमरुद तो खूब बिकते देखे ठेलों पर ...पेड़ पर लगे एक मुद्दत बाद देखा ...<br />हम जो लगा आये थे लोग खा रहे हैं चहक कर ...अब फिर से लगाया है नए निवासस्थान पर ...पहले साल में 3 अमरुद आये ...अगले मौसम का इन्तजार है ..वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-26997286925183566252010-01-04T14:51:15.464+05:302010-01-04T14:51:15.464+05:30हां ऐसा ही होता है यदि पेड बाहर के अहाते में हो. ह...हां ऐसा ही होता है यदि पेड बाहर के अहाते में हो. हमें भी अपने घर के अमरूद कभी खाने को नहीं मिलते.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-39633707753536385482010-01-04T11:40:56.986+05:302010-01-04T11:40:56.986+05:30lalchawa diya na!lalchawa diya na!Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-81351221568812540132010-01-04T09:33:34.177+05:302010-01-04T09:33:34.177+05:30रामजी का खेत
रामजी की चिड़िया,
खाओ भर-भर पेट
कि...रामजी का खेत <br />रामजी की चिड़िया,<br />खाओ भर-भर पेट <br /><br />किसान फारमूला। फसल लेनी है तो रखवाली तो करनी होगी।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-12484201202089554782010-01-04T09:02:47.887+05:302010-01-04T09:02:47.887+05:30बहुत मेहनत से खींची गई तस्वीर। आपने दूसरों के सुख ...बहुत मेहनत से खींची गई तस्वीर। आपने दूसरों के सुख की खातिर घर के अमरूदों का त्याग किया। <br />ईश्वर आपको इसके बदले कोई दूसरा फल ज़रूर देगा। उसे प्रेम से खाइएगा।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-91367460242439481122010-01-04T08:37:09.594+05:302010-01-04T08:37:09.594+05:30इ सुख पर तो इलाहाबादियों का ही एकाधिकार हैं ,काहे...इ सुख पर तो इलाहाबादियों का ही एकाधिकार हैं ,काहें सुबह-सुबह ललचा रहें हैं सिद्धार्थ भइया.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-52395386879124155152010-01-04T08:29:50.394+05:302010-01-04T08:29:50.394+05:30बजर देहाती ही रह गए। अब्बो, अमरूच के पेंड़ पर सुग्...बजर देहाती ही रह गए। अब्बो, अमरूच के पेंड़ पर सुग्गा जो निहार रहे हो !<br />हमें तो ये नजारा देखे जाने कितने बरस हो गए। गुप्ता जी के दरवज्जे के अमरूद पर चढ़ कर खूब खाते थे। कोई रोक टोक नहीं थी। बाद में एकाध साँप पेंड़ पर पाए गए तो निषेध हुआ।<br />इहाँ तो ठेले भर भर इलाहाबादी अमरूद बिकता है। मलिकाइन को बौत पसन्द है। खोंखी के रिस्क पर भी खाना नहीं चूकतीं। <br />बजार से लै आव और खूब खाओ। लानत भेजने वालों को दिखा दिखा कर खाओ। नमक मिर्च लगा कर खाओ। उनके मुँह में पानी जो आए तो आराम आराम से खाओ लेकिन खाओ जरूर।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-67660088801592664512010-01-04T07:56:01.316+05:302010-01-04T07:56:01.316+05:30इलाहाबादी अमरूद ... अरे वाह-वाह ... बहुत मज़ेदार ह...इलाहाबादी अमरूद ... अरे वाह-वाह ... बहुत मज़ेदार होते हैं ... बहुत दिनों से खाया नहीं .. खाया क्या देखा ही नहीं। आज आपके सौजन्य से ढ़ेरों देखने को मिल गए। धन्यवाद।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-10227583771849310962010-01-04T07:45:40.953+05:302010-01-04T07:45:40.953+05:30जब आपै नाउम्मीद हैं तब हम भी संतोष करते हैं ...वही...जब आपै नाउम्मीद हैं तब हम भी संतोष करते हैं ...वही तो<br /> सोंचूं की अमरुद का मौसम, है और डाली नहीं आयी इलाहाबाद से<br />तोते का फोटो बहुत सोणा है ..उस भूरी चिड़िया की भी कोशिश करें<br />जरा मैं भी तो पहचानूं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-36876768192939974992010-01-04T07:17:18.229+05:302010-01-04T07:17:18.229+05:30अरे बहुत दिनों बाद हमको भी याद आ ही गयी ......लक्ष...अरे बहुत दिनों बाद हमको भी याद आ ही गयी ......लक्ष्मी चौराहे के पास बिताए वह दिन !<br />जाड़े में मैं अमरुद और गाजर का काकटेल बनाता था और उसमे ताजे आंवले का तडका लगा कर खाता था !<br />क्या दिन थे हुजूर !!<br />वैसे आप अब भी वहीँ से अमरुद ले लिया करें !प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-42516298144160280172010-01-04T07:12:17.191+05:302010-01-04T07:12:17.191+05:30हम तो मलदहिया देख ही ललचा गये....
’सकारात्मक सो...हम तो मलदहिया देख ही ललचा गये....<br /><br /><br /><br /><b>’सकारात्मक सोच के साथ हिन्दी एवं हिन्दी चिट्ठाकारी के प्रचार एवं प्रसार में योगदान दें.’</b><br /><br />-त्रुटियों की तरफ ध्यान दिलाना जरुरी है किन्तु प्रोत्साहन उससे भी अधिक जरुरी है.<br /><br />नोबल पुरुस्कार विजेता एन्टोने फ्रान्स का कहना था कि '९०% सीख प्रोत्साहान देता है.'<br /><br /><b>कृपया सह-चिट्ठाकारों को प्रोत्साहित करने में न हिचकिचायें.</b><br /><br />-सादर, <br />समीर लाल ’समीर’Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com