tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post8988019271061346177..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: एक अद्भुत संयोग...! (भाग-२)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-45649978662500560422008-10-18T11:03:00.000+05:302008-10-18T11:03:00.000+05:30अच्छा लगा राजकुमारी जी के बारे मे जानकर ..क्योंकि ...अच्छा लगा राजकुमारी जी के बारे मे जानकर ..क्योंकि मैं ख़ुद गोस्वामी ब्रह्मण परिवार से हूँ इसलिए भली -भांति समझती हूँ कुलीनता का बोझ कैसा होता हैL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-50692855600544766292008-10-17T14:18:00.000+05:302008-10-17T14:18:00.000+05:30शुक्रिया......दिल को राहत मिली सच मेंशुक्रिया......दिल को राहत मिली सच मेंडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-21423582626778199022008-10-17T09:42:00.000+05:302008-10-17T09:42:00.000+05:30लोग काहे मुंबइया सिनेमा...कहकह कर बदनाम करते हैं ....लोग काहे मुंबइया सिनेमा...कहकह कर बदनाम करते हैं ...सारी कहानियां तो ऐसे ही आती हैं आसपास से...<BR/>बढ़िया रहा ....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-21031945857463359872008-10-16T23:25:00.000+05:302008-10-16T23:25:00.000+05:30cahchi lagi kahani...dono bhag padhe.cahchi lagi kahani...dono bhag padhe.pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-83844690367626943592008-10-16T21:54:00.000+05:302008-10-16T21:54:00.000+05:30आपने भावभीनी शब्दों में इस सच्ची घटना का ब्योरा...आपने भावभीनी शब्दों में इस सच्ची घटना का ब्योरा दिया। संयोग की भी अदभुत महिमा होती है।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-19064920114075944182008-10-16T20:23:00.000+05:302008-10-16T20:23:00.000+05:30दोनो भाग पढ़े। मैं तो मानवता के इतने शेड्स देख कर स...दोनो भाग पढ़े। मैं तो मानवता के इतने शेड्स देख कर सोच में पड़ गया। वास्तव में कितने कितने प्रकार हैं मानव के।<BR/>बहुत सुन्दर लिखा जी।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-24486841164837688662008-10-16T16:28:00.000+05:302008-10-16T16:28:00.000+05:30चलिए सुखांत तो हुआ... हम तो बड़ा उल्टा सोचे बैठे थे...चलिए सुखांत तो हुआ... हम तो बड़ा उल्टा सोचे बैठे थे की पता नहीं क्या हुआ होगा !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-81434073557930660512008-10-16T08:56:00.000+05:302008-10-16T08:56:00.000+05:30चलिए अंत सुखद हुआ ..बच्ची अच्छे से पलेगी इसी शुभका...चलिए अंत सुखद हुआ ..बच्ची अच्छे से पलेगी इसी शुभकामना के साथ यही दुआ है .... .पर ""राजकुमारी को प्राप्त हुई भेंट उसे उसके पति और बहू से दुबारा मेल कराने के लिए पर्याप्त थी।""अंत में सुख के सब साथी ..दुःख में न कोई भी साफ़ साफ़ दिखा ..दोहरी मानसिकता है यह लोगों कीरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-23900993102844704702008-10-16T07:08:00.000+05:302008-10-16T07:08:00.000+05:30हैप्पी एंडिंग -अंत भला सो सब भला !!हैप्पी एंडिंग -अंत भला सो सब भला !!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com