tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post7285638791693866933..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: अंततः हम गए, लेकिन…सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-11806513261238517002011-12-09T12:36:03.625+05:302011-12-09T12:36:03.625+05:30आयँ, ब्लॉग टाइटेनिक डूब गया? कित्ते गये?आयँ, ब्लॉग टाइटेनिक डूब गया? कित्ते गये?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-47892561862433543072011-12-09T09:14:38.989+05:302011-12-09T09:14:38.989+05:30मेरा ब्लॉग तो चला ही गया - नया बना लिया है अब तो |...मेरा ब्लॉग तो चला ही गया - नया बना लिया है अब तो |Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-74482689775555648672011-12-08T22:28:17.284+05:302011-12-08T22:28:17.284+05:30यह काम तो हमको भी करना है मगर हम तो महा आलसी ठहरे।...यह काम तो हमको भी करना है मगर हम तो महा आलसी ठहरे।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-43954561834178809442011-12-08T17:33:22.637+05:302011-12-08T17:33:22.637+05:30आपका अपना स्थान है सिद्धार्थ जी .....उस पर बी पी आ...आपका अपना स्थान है सिद्धार्थ जी .....उस पर बी पी आई वगैरह का कोई असर नहीं पड़ताArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-36620520945959760872011-12-08T17:30:39.460+05:302011-12-08T17:30:39.460+05:30हम तो वहां भी पढ़ के आ गए इसे....हम तो वहां भी पढ़ के आ गए इसे....Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-55861737594644169172011-12-08T17:09:09.137+05:302011-12-08T17:09:09.137+05:30इधर लम्बे समय से अपना सहित कई ब्लॉग या तो खुलते ही...इधर लम्बे समय से अपना सहित कई ब्लॉग या तो खुलते ही नहीं या खुलने पर टिपण्णी ऑप्शन तक पहुँच नहीं हो पाती ...स्थिति ने बिलकुल यही भाव मेरे मानस पर भी उगाया कि कहीं एक दिन पता चला गूगुल बाबा ने सारा का सारा एक क्लिक में मिटा दिया तो...अभी तक के पोस्टों का कहीं बैकप भी नहीं रखा है...<br /><br />अभी आपकी पोस्ट पढ़ फिर से चिंता उग आई है...<br /><br />लेकिन कभी कभी लगता है,जब एक दिन सदेहे साफ़ हो जाना है संसार से,तो ये सब साफ़ हो ही जाए तो कौन आफत है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-83697801730630044792011-12-08T09:52:30.839+05:302011-12-08T09:52:30.839+05:30अब प्रलय आयी और अब प्रलय आयी, इसका उद्घोष रोज ही स...अब प्रलय आयी और अब प्रलय आयी, इसका उद्घोष रोज ही सुन रहे हैं। लेकिन हम जैसे तकनीक से अन्जान लोग क्या करें, अपनी नैया को कैसे पार लगाएं, यह बता दीजिए। हमें समझ ही नहीं आ रहा है, बस बोरी-बिस्तर बांधकर डूबने को तैयार बैठे हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-84550303480614959262011-12-08T07:01:36.751+05:302011-12-08T07:01:36.751+05:30एकठो डोमेन ले लो,बार-बार की परेशानी ,दुविधा दूर हो...एकठो डोमेन ले लो,बार-बार की परेशानी ,दुविधा दूर हो जाएगी !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-64284354205863746602011-12-07T23:00:53.264+05:302011-12-07T23:00:53.264+05:30प्रवीण जी की बात से सहमत हूँ ...समय मिले कभी तो आय...प्रवीण जी की बात से सहमत हूँ ...समय मिले कभी तो आयेगा मेरी भी पोस्ट पर आपका स्वागत है <br />http://mhare-anubhav.blogspot.com/2011/12/blog-post_06.htmlPallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-47132897826953358732011-12-07T22:46:09.421+05:302011-12-07T22:46:09.421+05:30चार साल से टिके ब्लॉगरों का सम्मान समारोह बनता है।...चार साल से टिके ब्लॉगरों का सम्मान समारोह बनता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-76111060257508915242011-12-07T22:45:49.072+05:302011-12-07T22:45:49.072+05:30चलते रहने के लिये मंगलकामनायें।चलते रहने के लिये मंगलकामनायें।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com