tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post6850926454522303424..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: एक घटिया व्यक्ति को चुनने के लिए इतनी कसरत… बाप रे बाप?सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-28838436210673318832010-01-22T18:39:30.660+05:302010-01-22T18:39:30.660+05:30saarthak lekh ..aapki chinta jayaj hai ..pahal ham...saarthak lekh ..aapki chinta jayaj hai ..pahal hamen hi karni hogi.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-17103647661757473902010-01-20T16:11:57.656+05:302010-01-20T16:11:57.656+05:30अच्छा आलेख और सार्थक लेखन , पिछले 16 दिन से मै इस ...अच्छा आलेख और सार्थक लेखन , पिछले 16 दिन से मै इस ब्लाग जगत मे विचरण कर रहा हू , 5 स्थानो को छोड़्कर कही भी सार्थक लेखन नही दिखा , आपके घाट पर अच्छा लगा ।<br /><br /><br />http://kumarsatyendra.blogspot.com/Satyendra Kumarhttps://www.blogger.com/profile/16364242673453872751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-21390771487608334752010-01-17T15:29:21.300+05:302010-01-17T15:29:21.300+05:30aapke likhne ki kala bahut hi achchhi hai, sahi ba...aapke likhne ki kala bahut hi achchhi hai, sahi baat ka dosharopan aap apne upar le le rahe hai. <br /><br />chunav ki jo prakiya hai vo bahut hi gandi hai sach me to janta hi bahut gandi hai. ham jis ghatiya logo ko hamne chuna un ghatiya logo ne aurghatiya logo ko chuna. <br /><br />aap to apna kartvya nibha rahe the :)Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-46997464453429468482010-01-15T23:11:19.835+05:302010-01-15T23:11:19.835+05:30imandari se naukari bazane ke liye Badhayee.
Acc...imandari se naukari bazane ke liye Badhayee.<br />Accha kaam kiya apne.K M Mishrahttp://kmmishra.tknoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-4368304488392011982010-01-15T11:12:37.810+05:302010-01-15T11:12:37.810+05:30जो कर्तव्यनिष्ठा आपने क्षेत्र में दिखाई है वो सराह...जो कर्तव्यनिष्ठा आपने क्षेत्र में दिखाई है वो सराहनीय है. साथ ही ब्लॉग पर सार्थक लेखन कर एक जिम्मेदार ब्लोगर की भूमिका निभायी है.<br /><br />बहुत धन्यवाद आपका.<br /><br />धीरे धीरे ही सही उजाले की और ही बढना है.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-20960757592180896972010-01-14T23:20:45.359+05:302010-01-14T23:20:45.359+05:30सिद्धार्थ जी, सराहनीय कार्य किया आपने, और उससे भी ...सिद्धार्थ जी, सराहनीय कार्य किया आपने, और उससे भी अधिक यह कि इसका जिक्र आपने अपने ब्लॉग पर भी किया। हो सकता है कि कुछ लोग आपके अनुकरण करने का प्रयत्न करें।अमिताभ त्रिपाठी ’ अमित’https://www.blogger.com/profile/12844841063639029117noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-1381856881242568262010-01-14T19:15:02.071+05:302010-01-14T19:15:02.071+05:30जम्हूरियत वह तर्जे हुकूमत है
जहां सरों को गिनते ह...जम्हूरियत वह तर्जे हुकूमत है<br />जहां सरों को गिनते हैं ,तौला नहीं करते <br />_ अकबर इलाहाबादीRAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-82419588472445003202010-01-14T16:40:24.620+05:302010-01-14T16:40:24.620+05:30Badi mehanat kar dali jade me. DM padhenge to expl...Badi mehanat kar dali jade me. DM padhenge to explation call kar sakate hain ki raat ko vapas kyon laut aaye. Lage rahen sab log , badalav aise hee aayegaa dheere -dheere. Sundar. Lucknow air port se mobile se baanchkar roman me tipiya rahe hain -jabariyaAnup shuklahttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-61195177321488447842010-01-13T21:04:34.019+05:302010-01-13T21:04:34.019+05:30सिद्धार्थ जी,आप मेरे ब्लॉग पर पधारे बहुत बहुत शुक्...सिद्धार्थ जी,आप मेरे ब्लॉग पर पधारे बहुत बहुत शुक्रिया....मुझे भी अफ़सोस है कि मैं पहले आपके ब्लॉग पर क्यूँ नहीं आई.....लेकिन ये पोस्ट अगर देखने से रह जाती तो बहुत दुःख होता..क्यूंकि यह सब मेरे मन के बहुत करीब है...बहुत नज़दीक से देखा है यह सब मैंने...मेरे पिताजी एक बहुत ही ईमानदार सरकारी पदाधिकारी थे...उन्हें भी ये सारी मुसीबतें झेलनी पड़ती थीं...अकसर घर में ऐसे ही उदगार उनके मुहँ से भी निकलते थे...पहले तो मतगणना मैन्युअल होती थी...पूरी पूरी रात चलती थी...दिन भर ऑफिस का काम और रात भर जागरण<br /><br />पर सभी जगह यही हाल है...अपना कर्तव्य तो ईमानदार से निभाना ही पड़ेगा...<br /><br />मैंने भी एक पोस्ट लिखी थी...अपने चुनाव के दौरान अनुभवों के ऊपर...पदाधिकारी के परिवार को भी बहुत कुछ झेलना पड़ता है...कभी वक़्त मिले तो इस पोस्ट को देखें.<br />http://mankapakhi.blogspot.com/2009/10/blog-post_09.htmlrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-17115223615273470112010-01-13T11:49:40.640+05:302010-01-13T11:49:40.640+05:30post padhkar bahut log apne sujhaw aur samvedna pr...post padhkar bahut log apne sujhaw aur samvedna presit kar denge lekin kitne log isko follow karte hain ye bat dekhne wali hogi. sabne aapke sahas ki tarif to kar di lekin aisa kuchh karne se pahle aapke dilo dimag par kya kuchh gujra hoga iske bare me bhi sochna hoga aur we log in paristhitiyon me kya khud ko waha khada pate hain? sahsik karya lekin dukh is bat ka hai ki sab aisa nahi karte,nahi to ????????????????????Harshkant tripathi"Pawan"https://www.blogger.com/profile/12119765298800994769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-30205350308614840592010-01-13T10:52:18.403+05:302010-01-13T10:52:18.403+05:30बहुत साहसिक कार्य किया सिद्धार्थ आपने। और बहुत अनु...बहुत साहसिक कार्य किया सिद्धार्थ आपने। और बहुत अनुकरणीय भी। <br />हमाये अधिकांश पोलिँग अधिकारी ऐसे हो जायें तो सार्थक परिवर्तन बहुत तेजी से हों। <br />वैसे विधान परिषद तो संवैधानिक निरर्थकता है और इसे समाप्त कर देना चाहिये।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-76800429091475275802010-01-12T20:21:27.188+05:302010-01-12T20:21:27.188+05:30ऐसी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाकर क्या हम उ...ऐसी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाकर क्या हम उस पाप के भागी नहीं बन रहे हैं?<br />..नहीं, बिलकुल नहीं ...आपने तो अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन किया. साधारणतया आप यही तो कर सकते थे. <br /><br />लेकिन आपने एक और विशिष्ट कार्य किया...<br /><br />ब्लाग में इतनी खूबसूरती से चुनाव के माहौल का चित्रण किया और अपने विचारों से हमें सुख पहुँचाया.<br /><br />हम आपके आभारी हुए.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-2815392201635078112010-01-12T20:12:10.546+05:302010-01-12T20:12:10.546+05:30सबसे असली और सच्ची बात तो आपने शीर्षक में कह दी ,क...<i> <b> सबसे असली और सच्ची बात तो आपने शीर्षक में कह दी ,कि एक घटिया व्यक्ति को चुनने के लिए इतनी मेहनत </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-87260877483500508512010-01-12T18:54:00.143+05:302010-01-12T18:54:00.143+05:30हम बहुत कुछ कर सकते है, जेसे आप ने किया, अगर सब आप...हम बहुत कुछ कर सकते है, जेसे आप ने किया, अगर सब आप की तरह से करे तो यह चोर ओर गुंडे जो हमारे नेता बने है सब गायब हो जाये, ओर हमे जन्ता को भी जागरुक करना चाहिये, एक शराब की बोतल ले कर जो अपना वोट बेच रहा है वो पांच साल की गुलामी उस बोतल के संग ले रहा है... यह बाते हमे समझानी चाहिये इन जनता को<br />बहुत अच्छा लगा आप का आज का यह लेखराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-60536685872269295202010-01-12T17:59:53.303+05:302010-01-12T17:59:53.303+05:30ANTIM PAIRA ME AAPNE NICHOD KAH DIYA...AUR PRASHN ...ANTIM PAIRA ME AAPNE NICHOD KAH DIYA...AUR PRASHN JO AAPNE POOCHHA HAI,YAHI PRASHN AAMJAN KO ITNA HATOTSAHIT KAR CHUKA HAI KI ITNE TAAM JHAAM KE BAAVJOOD AAJ 50% PRATISHAT VOTAR BHI VOTE DENE MATDAAM KENDRA NAHI PAHUNCH RAHA....<br /><br />LOKTANTRA ME AB LOK RAH KAHAN GAYA HAI....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-71864168046511101322010-01-12T17:17:35.870+05:302010-01-12T17:17:35.870+05:30आपका आलेख अच्छा लगा। आपकी चिंता सही है। शुरुआत भी ...आपका आलेख अच्छा लगा। आपकी चिंता सही है। शुरुआत भी तो हम से ही हो।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-40541098046347074662010-01-12T16:58:52.863+05:302010-01-12T16:58:52.863+05:30पिछले दिनों एक होर्डिंग पर नजर गयी. एक "भाई&q...पिछले दिनों एक होर्डिंग पर नजर गयी. एक "भाई" झांक रहे थे. नीचे देखा तो उनका पदनाम था, प्रधान पति. मैं चौंका ये क्या पद है? फिर पता लगा कि महिला आरक्षण के कारण उनकी पत्नी प्रधान चुनी गयी थी. सो अब "भाई" प्रधान से प्रधान पति हो गये.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-32373926882239649922010-01-12T15:36:38.033+05:302010-01-12T15:36:38.033+05:30आपकी चिंता जायज है, पर हम कर भी क्या सकते हैं?
---...आपकी चिंता जायज है, पर हम कर भी क्या सकते हैं?<br />--------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">अपना ब्लॉग सबसे बढ़िया, बाकी चूल्हे-भाड़ में।</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">ब्लॉगिंग की ताकत को Science Reporter ने भी स्वीकारा।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-45256634485731132822010-01-12T10:58:13.727+05:302010-01-12T10:58:13.727+05:30यंहा भी चुनाव चल रहे हैं,नगर निगम के निपटे हैं और ...यंहा भी चुनाव चल रहे हैं,नगर निगम के निपटे हैं और पंचायत के शुरू हुये हैं।नगर निगम मे एक एक पार्षद ने शराब की नदियां बहा दी और खर्च लाखों मे महापौर का तो पूछिये मत और पंचायत चुनाव मे तो गांव वाले पहले पूछ्ते हैं चेपटी(शराब का पौव्वा,चपटी बोतल)कंहा है।क्या फ़ायदा चुनाव का जो चेप्टी के बिना होता नही है।इसका नाम इलेक्शन की बजाये रिजेक्शन होना चाहिये।सारे प्रत्याशियों मे से गंदे लोगों को रिजेक्ट करो और जो सबसे कम खराब हो उसे मजबूरी मे वोट दो।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-15856595135450912352010-01-12T10:26:04.949+05:302010-01-12T10:26:04.949+05:30जिस जीवन में आप व्यस्त थे , जहाँ निराशा संवेदनशील-...जिस जीवन में आप व्यस्त थे , जहाँ निराशा संवेदनशील-जन को <br />होनी ही है , जिसमें रहकर विचार करना दूभर है , जहाँ के योगदान <br />से नौकरशाही और नेताशाही निष्कंटक होते हों , ,,,,, वहां <br />पर रहते हुए ऐसे विचारों को रखना धारा के विरुद्ध नाव खेना है और <br />आप जैसे नाविक 'उस धारा ' के समानांतर अपनी प्राणधारा को बचाए हैं ,<br />यह स्तुत्य है ...<br />.<br />.<br />रोष आना जरूरी है , लेखन होता रहे तो एक दायित्व से मुसलसल साब्का<br />बना रहता है ..<br />................. आभार ,,,Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-63458722195621470922010-01-12T09:49:18.559+05:302010-01-12T09:49:18.559+05:30घनघोर अंधकार में रोशनी की एक किरण भी पर्याप्त होती...घनघोर अंधकार में रोशनी की एक किरण भी पर्याप्त होती है। ये निरक्षर महिलाएँ चाहे अपने परिवार पुरुषों के कहने पर ठप्पा लगा रही हों पर कुछ ही सालों में उन्हें अपना महत्व पता लगने लगता है। उन में से कुछ जल्दी और कुछ देर से अपनी भूमिका में आने लगती हैं। कुछ नहीं से कुछ होना बेहतर है। आप ने जो भूमिका अदा की उस का भी बड़ा असर होगा। यदि आप उन्हें छूट देते तो एक सामान्य व्यक्ति होते। आप ने अपना कर्तव्य निभा कर उन व्यक्तियों के समक्ष भी अडिग चरित्र का परिचय दिया है। उन की निगाह में निश्चित ही आप का मान बढ़ा होगा। भले ही फोरी तौर पर मन ही मन उन्हों ने आप को कुछ गालियों से नवाजा हो।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-77750999114395071832010-01-12T09:14:58.214+05:302010-01-12T09:14:58.214+05:30लोकतन्त्र की दुन्दुभि बजाते ये चुनाव क्या देश के ज...लोकतन्त्र की दुन्दुभि बजाते ये चुनाव क्या देश के जनमानस का सही प्रतिनिधि दे पा रहे हैं। ऐसा नेता जो हमें आगे की ओर सही दिशा में ले जा सके?....असली यक्ष प्रश्न तो यह है.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-24316271402001160262010-01-12T06:37:40.877+05:302010-01-12T06:37:40.877+05:30अभी अभी न्यूज में देख रहा था कि इंदौर में सरपंच के...अभी अभी न्यूज में देख रहा था कि इंदौर में सरपंच के पद की बोली लगी और करीब साढे पांच लाख की कीमत में यह पद बेचा गया। <br /> उस खबर के बाद तुरंत बाद ही आपकी यह पोस्ट पढ रहा हूँ । <br /> लगता है इंदौर वाले ज्यादा समझदार हैं जो सारी कवायद को ही खत्म कर सिर्फ एक लग्गी के सहारे अपना प्रतिनिधि चुन रहे हैं, सारी सरकारी मशीनरी का पैसा बचा सो अलग.....सोचता हूँ यह प्रणाली जो कि अब तक ढके छुपे तौर पर चल रही थी शायद अपना घूँघट उठाने को बेताब है। देखें, आगे और कौन सा गुल खिलता है। <br /><br /> बढिया पोस्ट।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-59706552645170912522010-01-12T05:59:32.864+05:302010-01-12T05:59:32.864+05:30ये पाप है क्या ये पुण्य है क्या
रीतों पर धर्म की म...ये पाप है क्या ये पुण्य है क्या<br />रीतों पर धर्म की मुहरे हैं - चित्रलेखा<br /> :)<br /><br />नए जमाने की रीतियाँ और धर्म। <br />नए जमाने के देवता और ईश्वर। हमरे आका।<br />लोकतंत्र का यह मॉडल बहुत बड़ी साजिश है। सफल है - हम जो विफल हैं।<br />हमें भी अपनी ऐसी तैसी करवाने में मजा आता है। 62 साल से तो यही चल रहा है।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-8441502585668996832010-01-12T05:14:11.657+05:302010-01-12T05:14:11.657+05:30ऐसी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाकर क्या हम उ...ऐसी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाकर क्या हम उस पाप के भागी नहीं बन रहे हैं?<br /><br />-शायद नहीं..आप ऐसी ही प्रक्रिया को सुधारने में पहला कदम उठा रहे हैं कि कम से कम, जो चुना जाये वो निष्पक्ष जनता की पसंद हो. एक बार जनता का विश्वास लौटेगा तो पसंद भी सुधरेगी और स्थितियाँ बदलेंगी. सकारात्मक सोच तो यही कहती है.<br /><br />खीज आना स्वभाविक है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com