tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post6522319131034221043..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: फूलों की खातिर...?सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-55863790849880120012008-12-27T23:27:00.000+05:302008-12-27T23:27:00.000+05:30अगला कदम ? फिलहाल तो इंतजार ही कर सकते हैं। अच्छी ...अगला कदम ? फिलहाल तो इंतजार ही कर सकते हैं। अच्छी पोस्ट।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-233760352103124512008-12-27T16:30:00.000+05:302008-12-27T16:30:00.000+05:30वाह, वाह। सुन्दर। और मैं देख रहा हूं कि लाइवराइटर ...वाह, वाह। सुन्दर। और मैं देख रहा हूं कि लाइवराइटर का रचनात्मक प्रयोग हुआ है आपके द्वारा!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-86511398528493192082008-12-25T23:29:00.000+05:302008-12-25T23:29:00.000+05:30मनुष्य का अब अगला कदम क्या होगा?इतनी तेजी से कदम ल...मनुष्य का अब अगला कदम क्या होगा?<BR/>इतनी तेजी से कदम लुढक रहे हैं कि अगले कदम के बारे में अनुमान लगा पाना भी मुश्किल है।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-46012228145438647092008-12-25T21:44:00.000+05:302008-12-25T21:44:00.000+05:30सभ्यता का विकास इसे कहे या दुसरो की नकल, ्दुसरो की...सभ्यता का विकास इसे कहे या दुसरो की नकल, ्दुसरो की नकल करने वाला अकल मन्द नही हो सकता चाहे कितना भी रटा लगा कर पढ ले डिगरिया हासिल कर ले.<BR/>धन्यवाद एक सत्य लेख के रुप मे बांटने का.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com