tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post5439642963898158260..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: पेंशन तो देना बनता है...!सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-64097970809539435632016-05-18T13:11:34.839+05:302016-05-18T13:11:34.839+05:30इस चूक के लिए जिम्मेदार कर्मचारी और उसका उच्चाधिका...<b> इस चूक के लिए जिम्मेदार कर्मचारी और उसका उच्चाधिकारी दोनो निलंबित कर दिये गये हैं। उनकी बहाली तबतक नहीं हो सकेगी जबतक वे यह प्रमाणपत्र न प्रस्तुत कर दें कि पीड़ित विधवा को समस्त बकाया पेंशन का भुगतान कर दिया गया है। </b><br /><br />यह अच्छा किया गया है, नहीं तो पेंशन अभी भी नहीं मिलता.<br />पेंशन के लिए तमाम नियम हैं कि जिस दिन कर्मचारी सेवा निवृत्त हो उसी दिन उसका निपटारा हो जाए और पेंशन मिल जाए, परंतु सिस्टम आंखें मूंदे ही पड़ा रहता है. मुझे भी साल भर बाद पेंशन चालू हुई, और अभी ताज़ा घटना है कि उत्तमार्ध के कॉलेज में एक सेवा निवृत्त प्रोफ़ेसर की पेंशन डेढ़ साल से उलझी पड़ी है.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com