tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post3118965187833865819..comments2023-12-10T22:24:08.053+05:30Comments on सत्यार्थमित्र: भ्रष्टाचार की संजीवनी तो जरूरी हैसिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-11416385316132841682013-07-24T16:44:16.224+05:302013-07-24T16:44:16.224+05:30सही समय आप बोगी से बाहर आ गए ..इश्वर को धन्यवाद......सही समय आप बोगी से बाहर आ गए ..इश्वर को धन्यवाद.........<br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-11879519198297852202012-10-07T18:45:28.783+05:302012-10-07T18:45:28.783+05:30Very good.Very good.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07868074652961579346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-1560828075923259242012-10-03T10:52:42.117+05:302012-10-03T10:52:42.117+05:30एक बार मेरी मुलाक़ात एक प्रख्यात लेखक से हुई। बोले...एक बार मेरी मुलाक़ात एक प्रख्यात लेखक से हुई। बोले,"मैं एक मर्तबा पीएचडी के वाइवा के लिए गठित बोर्ड का चेयरमैन था। इंटरव्यू शुरू हुआ तो संबंधित छात्र किसी प्रश्न का जवाब ही न दे पाए। थक-हारकर जब मैंने उससे अंत में कहा कि अपने पिताजी और गांव का नाम ही बता दीजिए,तब जाकर बोर्ड के दूसरे सदस्यों को लगा कि मामला गड़बड़ा रहा है। तुरन्त एक साथी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा,अरे हुजूर,कहां आप और कहां ये नौसिखिया। आपके सामने इसकी ज़बान खुलेगी? लीजिए,लड्डू खाइए।" और फिर हंसी-मज़ाक में बात दूसरी तरफ मुड़ गई।<br /><br />प्रायः सभी पीसीएस में ज़बरदस्त धांधली है। पंजाब के रविन्दर पाल सिंह सिद्धू का प्रकरण ध्यान होगा। कई वर्ष पूर्व,बिहार में जब लेक्चरार की बहाली हुई,तो नेट और पीएचडीधारियों को दरकिनार कर स्लेटधारी(नेट-सी राज्य-स्तरीय परीक्षा) कई विधायक चुन लिए गए। निश्चय ही,हम ऐसे लोगों से किसी आदर्श की अपेक्षा नहीं रख सकते। कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-1196804690662590082012-10-02T20:04:36.866+05:302012-10-02T20:04:36.866+05:30निजता और सार्वजनिकता की मिलन रेखा ब्लॉग लेखन में ब...निजता और सार्वजनिकता की मिलन रेखा ब्लॉग लेखन में बड़ी गडमड है भाई जी! <br />मैं तनिक भी छदमावरण पसंद नहीं करता इसलिए ब्लॉग टिप्पणी में अभिव्यक्त हो जाता हूँ ! <br />मगर हूँ आपका शुभाकांक्षी ..हाँ पब्लिक सर्वेंट होने के नाते मैं भी बहुत कुछ जनता समझता हूँ -<br />वो कहावत बड़ी मशहूर है कि दाई से पेट नहीं छुपता ! किमाधिकम! <br />आपकी सेवा के लोगों ने जो गंध फैला रखी है उसकी कुछ गर्द तो आप पर पड़ेगी ही ! <br />बहरहाल सारी! मगर बर्दाश्त करना सीखिए ! और अब तो आप क्लास वन हो गए तो मेरी क्या औकात <br />आपका स्पष्टीकरण लेने की ..... <br />Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-78594158361267747632012-10-01T12:24:49.340+05:302012-10-01T12:24:49.340+05:30आदरणीय अरविन्द जी, मैं अपने बारे में आपको क्या सफा...आदरणीय अरविन्द जी, मैं अपने बारे में आपको क्या सफाई दूँ। आप व्यक्तिगत प्रश्न इस पब्लिक प्लेटफ़ॉर्म पर नाहक उछालते रहते हैं। निजी तौर पर कभी मिलिएगा तो आपका भ्रम और आपकी यत्किंचित आशंका दूर हो जाएगी। मैंने तो यहाँ केवल एक मौन श्रोता के रूप में रिपोर्ट लिखा था।<br /><br />आपने जो गीता का श्लोक लिखा है वह बहुत सुन्दर जान पड़ता है। इसके लिए धन्यवाद। यदि इसका हिन्दी भाष्य भी प्रस्तुत करते तो अधिकाधिक लोगों तक बात पहुँच जाती। सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-41066735052540605302012-10-01T11:54:00.625+05:302012-10-01T11:54:00.625+05:30बधाई हो पदोन्नति के लिये।
लेख और मेट्रिक्स मजेदार ...बधाई हो पदोन्नति के लिये।<br />लेख और मेट्रिक्स मजेदार है।<br />उत्कृष्ट अधिकारी बनने का मन, मौका, माहौल मिले।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-69899383489150741322012-10-01T08:58:52.027+05:302012-10-01T08:58:52.027+05:30और गीता का यह श्लोक भी इस अवसर पर -
यद्यदाचरति श्र...और गीता का यह श्लोक भी इस अवसर पर -<br />यद्यदाचरति श्रेष्ठः तद्देवोतरो जनः <br />स यत्प्रमाणं कुरुते लोक्स्तदनुवर्तते Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-91997929319234296702012-10-01T08:56:31.731+05:302012-10-01T08:56:31.731+05:30पहले तो इसी व्यवस्था का क्लास वन बनने की बधाई...
म...पहले तो इसी व्यवस्था का क्लास वन बनने की बधाई...<br />मगर पता नहीं मुझे ये क्यों लगता है कि काफी दिनों से आप अपने स्व -औचित्य <br />सिद्धि की पेशबंदी करते जा रहे हैं -<br />अब क्लास वन हो गए हैं तो और भी जिम्मेदारी आप पर है -खुद की अपनी निजी नहीं बल्कि व्यवस्था और समाज की भी ! <br />उसे बेहतर तरीके से निभायें यही शुभकामनाएं हैं ! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-23549644775767379622012-10-01T08:35:38.781+05:302012-10-01T08:35:38.781+05:30आपको सत्य बताने वाले मित्र मिल गये उस दिन। आपने अर...आपको सत्य बताने वाले मित्र मिल गये उस दिन। आपने अर्थ भी अच्छा लगा लिया। ब्लॉग का नाम सार्थक हुआ।..जोरदार आलेख के लिए बधाई।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-10726133736709574532012-10-01T08:30:37.048+05:302012-10-01T08:30:37.048+05:30पदोन्नति के लिये ढेरों बधाईयाँ। सरकारी का जो विश्ल...पदोन्नति के लिये ढेरों बधाईयाँ। सरकारी का जो विश्लेषण आपने किया है, उसके बाद सरकार में भी ८ जातियाँ बन जायेंगी। गजब..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-70298112160056391502012-10-01T07:52:54.717+05:302012-10-01T07:52:54.717+05:30....पूरा समझ गया जी ! ....पूरा समझ गया जी ! संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4959245896522980751.post-65114682513338654012012-10-01T07:02:16.110+05:302012-10-01T07:02:16.110+05:30acchaa chitran va classification
ham aur aap kah...acchaa chitran va classification<br /> ham aur aap kaha fit baithate hai khud hi aakalan kar sakate hai <br />naujavaano me itanaa negative thinking vyayastha ke khilaaf kabhi kabhi to dar lagata hai ki kyaa hone waala hai bhavishya me <br /> samayik lekh ke liye badhaai vaise aise avasaro par chup rahana hi behatar rahata hai arun prakashhttps://www.blogger.com/profile/11575067283732765247noreply@blogger.com